हम सब जीवन की दौड़ में लगे हुए है,सुबह से शाम तक हम व्यस्त रहते है,ऐसे में हम खुद पर ध्यान ही नहीं दे पाते ।लगातार काम करने से हमारी कार्यक्षमता भी काम होती जाती है ,ऐसे मैं हम यदि अपना कुछ समय प्रकृति के साथ बिताए तो हम फिर से स्वयं को तरोताजा महसूस कर सकते है।इसके लिए हमको एक रूटीन अपनाना होगा,प्रकृति से जुड़ी चीजों पर अपना ध्यान लगाइए
1. रोज रात में दस मिनिट आसमान या चंद्रमा को एकटक देखते रहिए और उससे जुड़ी व्यापकता और शांति को महसूस करिए।
2. घर की खिड़कियों को खोल दीजिए,और ताजी हवा को घर में प्रवेश करने दीजिए।
3. हर सप्ताह किसी ऐसी जगह जाइए जहां प्रकृति का सानिध्य हो जैसे कोई गार्डन,नदी के किनारे या किसी खेत पर।और खुद को तरोताजा महसूस करिए।
4. हर वर्ष किसी हिल स्टेशन जैसे पचमढ़ी या माउंट आबू जेसी जगह जाइए और दो तीन दिन बिताकर आइए।
5. पशु पक्षी के साथ वक्त बिताइए और उनकी सरलता का अहसास कीजिए।
6.गिलहरी को गुठलियां छिपाते हुए देखिए।
7.बारिश के मौसम का आनंद लीजिए और पहली बारिश में मिट्टी की खुशबू का अहसास करिए।
8. मोर को नाचते हुए देखना भी बहुत सुखद होता है।
9.यदि आपके घर के आसपास थोड़ी जगह उपलब्ध है तो उसमे फल या सब्जियां उगाइये।
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जितना जितना आप प्रकृति से जुड़ते जाते है ,आपके जीवन में आनंद का प्रवेश होने लगता है।हमारी आत्मा को पोषण मिलता है और हमारे मस्तिष्क को आराम मिलता है और जीवन सहज होने लगता है। अंततः हमारी कार्यक्षमता कई गुना बढ़ जाती है।